संता का ट्रक और खरगोश के दो जोडे

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संता का ट्रक

संता सिंह एक बार ट्रक लेकर कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनका ट्रक खराब हो गया। संता ने ट्रक ले जाने के लिए एक दूसरे ट्रक की व्यवस्था की और अपने ट्रक को खींचकर गैराज ले जाने लगे। रास्ते में एक ढाबे पर बंता सिंह दिखाई दिए। बंता, संता सिंह को ट्रक ले आते देख जोर-जोर से हंसने लगा। संता ने गुस्से में पूछा, अबे कभी तूने ट्रक नहीं देखा क्या?

बंता ने जवाब दिया - 'ट्रक तो देखा है, लेकिन ऐसा पहली बार देखा है कि दो ट्रक मिलकर एक रस्सी को ले जा रहे हैं। 



खरगोश के दो जोड़

टीचर : खरगोश के दो जोड़ और दो जोड़ और दो जोड़ मिलाकर कितने हुए।

संता : सात।

टीचर : ठीक से सुनो, खरगोश के दो जोड़ और दो जोड़ और दो जोड़ मिलाकर कितने हुए। संता : सात।

टीचर : अच्छा। बियर की बॉटल के दो जोड़ और दो जोड़ और दो जोड़ मिलाकर कितने हुए। संता : छह।

टीचर : तो फिर खरगोश के तीन जोड़ मिलाकर छह क्‍यों नहीं हुए?


संता : क्योंकि एक खरगोश पहले से ही मेरे पास है।


सरदारजी

एक सरदारजी एक 25 मंजिला भवन की छत पर बैठे थे, तभी एक आदमी हांफता हुआ आया और कहने लगा कि संतासिंह आपकी पोती मर गई। सरदारजी ये खबर सुनकर बहुत हताश हो जाते हैं और बिल्डिंग से कूद पड़ते हैं। जब वो 20वीं मंजिल तक पहुंचते हैं तो उन्हें ख्याल आता है कि उनकी तो कोई पोती ही नहीं है। 0वीं मंजिल आने पर ध्यान आता है कि उनकी तो शादी ही नहीं हुई है और जैसे ही जमीन पर गिरने वाले होते हैं कि ख्याल आता है कि उनका नाम तो संतासिंह है ही नहीं।

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